हमारा देश भारत एक अध्यात्मिक देश है | लोगों का जीवन धर्म से जुड़ा है | हमारे देश में हिन्दू धर्म को मानने वाले सबसे अधिक हैं | इसीलिए इसे हिन्दुस्थान का नाम दिया गया | हिन्दू धर्म में मुख्य रूप से भगवन श्री राम, श्री कृष्णा, श्री ब्रम्हा, श्री विष्णु, श्री महेश, सरस्वती माता, लक्ष्मी माता, वैष्णो देवी माता, काली माता, शेरोंवाली माता, सूर्य देवता, पवन देवता, और ऐसे ही अनेक देवताओं की पूजा की जाती है | हमारा हिन्दू धर्म वास्तव में बहुत ही प्राचीन धर्म है | हमने हिन्दू धर्म की महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए जय श्री राम (https://जयश्रीराम.net/) ब्लॉग की स्थापना की है |
हिन्दू धर्म के मूल सिद्धांत – Hindu Dharm Ke Mool Sidhant
किसी भी धर्म के कुछ सिद्धांत, मान्यताएं और नियम होते हैं जिनका आचरण करना उस धर्म को मानाने वालो के लिए जरुरी होता है | हिन्दू धर्म के भी अपने सिद्धांत और मूल मन्त्र हैं |
- ईश्वर एक है और उनके नाम अनेक हैं | जैसे ब्रह्मा, विष्णु, महेश, श्री राम, श्री कृष्णा |
- ब्रह्म या परम तत्व सर्वव्यापी है | मतलब ब्रह्माण्ड के हर कण में उपस्थित है । इसीलिए हमें सभी का सम्मान करना चाहिए |
- ईश्वर से कभी डरें नहीं, बल्कि उनसे प्रेम करें और प्रेरणा लें |
- हिन्दुत्व का लक्ष्य स्वर्ग-नरक से ऊपर होता है |
- हिन्दु धर्म में कोई एक पैगम्बर नहीं है बल्कि अनेक ईश्वर के रूप हैं ।
- धर्म की रक्षा करने के लिए ईश्वर बार-बार पैदा होते हैं। जैसे श्री राम, श्री कृष्णा |
- परोपकार करना हिन्दू धर्म के लिए सबसे बड़ा पुण्य है, और दूसरों को कष्ट देना सबसे बड़ा पाप ।
- जीवमात्र की सेवा करना ही परमात्मा की सेवा माना जाता है। जीवों में मात्र मनुष्य ही नहीं आते बल्कि पशु, पक्षी,, पेड़ और पौधे भी आते हैं | इन सबकी रक्षा करना हिन्दू धर्म में सेवा माना गया है |
- हिन्दू धर्म में स्त्री का सम्मान बहुत आदरणीय माना जाता है उन्हें देवी के रूप में पूजा जाता है । इसीलिए नवरात्रों में कन्याओं की पूजा की जाती है |
- सती होने का अर्थ पति के प्रति सत्यनिष्ठा है।
- हिन्दुत्व का वास हिन्दू धर्म को मानने वालों के मन, संस्कारों में और परम्पराओं में होता है | हिन्दू जिस जीवन शैली में जीते हैं वोही उनका धर्म है | धर्म ही जीने का तरीका सिखाता है |
- हिन्दू धर्म में पर्यावरण की रक्षा को उच्च प्राथमिकता दी गई है. जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश को देवता माना जाता है |
- हिन्दू की दृष्टि समतावादी एवं समन्वयवादी होती है.
- जीव की आत्मा अजर-अमर है।
- हमारे धर्म में सबसे बड़ा मंत्र गायत्री मंत्र माना गया है .
ॐ भूर् भुवः स्वः।तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
हिन्दी में भावार्थ – Gayatri Mantra Hindi
उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अन्तरात्मा में धारण करें । वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।
- हिन्दुओं के सभी पर्व और त्योहार खुशियों और हर्षोल्लास से जुड़े हैं। हिन्दू धर्म सभी को खुश रहने और सभी को खुश रखने की प्रेरणा देता है |
- हिन्दुत्व का लक्ष्य पुरुषार्थ होता है और मध्य मार्ग को सर्वोत्तम माना जाता है।
- हिन्दुत्व में एकत्व का दर्शन है। मतलब ईश्वर के नाम अलग अलग हैं पर उन्हें एक माना गया है |
पर्यावरण की रक्षा हमारा उद्देश्य – Save Environment
हमारा मानना है की ब्रह्माण्ड के सभी जीव पर्यावरण के कारण ही जीवित हैं | यही हिन्दू धर्म का भी एक सिद्धांत है | हम सभी बिना जल, वायु, अग्नि, आकाश, पृथ्वी के बिना जीवित नहीं रह सकते | इसीलिए इनकी सुरक्षा करना भी हमारा धर्म है |
मनुष्य आज अपने स्वार्थ के कारण कुदरत की बनाई हुई प्रकृति का दोहन कर रहा है | जिसके कारण आज जल वायु परिवर्तन हो गया है | बेमौसम बरसात, आंधी तूफ़ान, भूकंप, सूखा आदि हो रहे हैं |
आज मनुष्यों पर यह कहावत सिद्ध हो रही है |
जिस थाली में खाता है, उसी में छेद कर रहा है |
ये सभी मनुष्य जानते हैं कि बिना जल, वायु, पृथ्वी के जीना एक पल भी संभव नहीं है | फिर भी इनका दोहन करता जा रहा है | इनको बचाने के लिए नामात्र के लोग सोचते हैं और कुछ करते हैं | बाकि 99% मनुष्य विनाश करने पर ही तुला हुआ है |
लेकिन हमें अपने हिन्दू धर्म के अनुसार चलना है | अपने धर्म को मानाने वाले लोगों को जगाना है | जो लोग प्रक्रति को बचाने का काम कर रहे हैं उनका सहयोग करना है | यह सहयोग किसी भी प्रकार से किया जा सकता है | आप भी इन तरीकों में से किसी को भी अपनाकर प्रकृति की रक्षा में अपना योगदान कर सकते हैं |
- अपना समय देकर
- धन देकर
- लोगों को जागरूक करकर
- प्रकृति के लिए काम करने वाले लोगों के विचार, खबरे, न्यूज़, पोस्ट, वीडियो आदि शेयर करकर |
अधर्म पर धर्म की जीत निश्चित है !