हिन्दू धर्म में राशि के नाम को लेकर लोगों में बहुत उत्सुकता रहती है। हर व्यक्ति यह जानना चाहता है कि उसकी राशि कौन सी है। राशि दो प्रकार से निकालते है एक जन्म नाम के अनुसार तो दूसरी नाम के अनुसार। आज के लेख में हम आपको नाम के अनुसार अपनी राशि को कैसे पता करें इस विषयक विस्तृत जानकारी देंगे।
नाम से अपनी राशि कैसे पता करें | Naam Se Apni Rashi Kaise Jane
हर व्यक्ति की जिन्दगी में उसके नाम का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है इसलिए बच्चे का नाम रखते समय बहुत ध्यान रखा जाता है। जन्म के समय जो नाम रखा जाता है वह कुंडली में वर्णित होता है लेकिन उस नाम से उसे पुकारा नहीं जाता है। पुकारने वाला नाम अलग होता है जिसे उसके परिजन अपनी पसंद के अनुसार रखते है। इस नाम के अनुसार ही उसकी राशि का निर्धारण होता है। कभी-कभी किसी व्यक्ति के दो नाम भी होते है। घर का नाम अलग और बाहर का नाम अलग। इस तरह नाम के अनुसार उसकी दो राशियां हो जाती है। आपके नाम के पहले अक्षर के आधार पर ही आपकी राशि का निर्धारण होता है। ज्योतिष में 12 राशियां बताई गई है।
बारह राशियां निम्न है | 12 Zodiac Signs in Hindi | Zodiac Sign by Name
नाम का अक्षर | राशि | स्वामी |
चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो और आ | मेष राशि | मंगल |
ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे और वो | वृषभ | शुक्र |
का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को और ह | मिथुन | बुध |
ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे और डो | कर्क राशि | चन्द्रमा |
मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे | सिंह राशि | सूर्य |
ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे और पो | कन्या राशि | बुध |
र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू और ते | तुला राशि | शुक्र |
तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि और यू | वृश्चिक राशि | मंगल |
य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ और भे | धनु राशि | बृहस्पति |
भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा और गी | मकर राशि | शनि |
गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो और द | कुंभ राशि | शनि |
दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च और ची | मीन राशि | ब्रहस्पति |
मेष राशि |
इस राशि का चित्र एक भेड़ समान होता है। इस राशि का स्वामी मंगल होता है। मेष राशि राशि ज्योतिष में पहली राशि होती है। यदि किसी व्यक्ति के नाम की शुरूआत चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो और आ अक्षर से शुरू हो तो उस व्यक्ति की राशि मेष होगी।
वृषभ राशि:
इस राशि का चित्र बैल होता है और इस राशि का स्वामी शुक्र है। वृषभ राशि द्वितीय राशि होती है। जिस व्यक्ति के नाम की शुरूआत ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे और वो हो तो उसकी राशि वृषभ होती है।
मिथुन राशि |
इस राशि के चित्र में नारी और पुरुष का जोड़ होता है, इस चित्र में नारी हाथ में वीना धारण किये हुए होती है। इस राशि का स्वामी बुध होता है। यह तृतीय राशि होती है। यदि किसी व्यक्ति के नाम की शुरूआत का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को और ह से हो तो उस व्यक्ति की राशि मिथुन होती हैं।
कर्क राशि:
इस राशि का स्वरूप केकड़े जैसा होता है। इस राशि का स्वामी चन्द्रमा होता है। यह राशि चैथी राशि होती है। यदि किसी व्यक्ति के नाम की शुरूआत ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे और डो अक्षर से हो, तो उस व्यक्ति की राशि कर्क होती है।
सिंह राशि:
इस राशि का चिन्ह शेर जैसे होता है। इस राशि का स्वामी सूर्य होता है। यह पांचवी राशि है। जिस जातक के नाम की शुरूआत मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे से तो उस जातक की राशि सिंह होती है।
कन्या राशि:
इस राशि के चित्र में एक कन्या हाथ में फुल लिए दिखाई देती है। इस राशि का स्वामी बुध होता है। यह छठी राशि है। जिन लोगों का नाम ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे और पो से शुरू होता है, उन लोगों की राशि कन्या होती है।
तुला राशि:
इस राशि के चिन्ह में एक पुरुष होता है, जो अपने हाथ में तराजू लिए खड़ा है। इस राशि का स्वामी शुक्र होता है। यह सातवीं राशि है। जिन जातकों के नाम का पहला अक्षर र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू और ते अक्षर से हो तो उनकी राशि तुला होती है।
वृश्चिक राशि:
इस राशि की आकृति एक बिच्छू के समान होती है। इस राशि का स्वामी मंगल होता है। यह आठवीं राशि है। जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि और यू हो, उसकी राशि वृश्चिक होती है।
धनु राशि:
इस राशि के चित्र में एक पुरुष अपने हाथ में धनुष लिए दिखता है। इस राशि का स्वामी बृहस्पति होता है। यह नौवीं राशि है। जिन व्यक्तियों के नाम का पहला अक्षर य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ और भे से शुरू होता है, उनकी राशि धनु होती है।
मकर राशि:
इस राशि के चित्र में हिरण का मुख दिखाई देता है। इस राशि का स्वामी शनि होता है। यह दसवीं राशि है। जिन जातकों के नाम का पहला अक्षर भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा और गी अक्षर से शुरू हो, उनकी राशि मकर होती है।
कुंभ राशि:
इस राशि की आकृति में पुरुष अपने कंधे पर कलश लिए होता है। इसका स्वामी शनि होता है। यह ग्यारवीं राशि है। जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो और द अक्षर से शुरू होता है उसकी राशि कुंभ होती है।
मीन राशि:
इस राशि की आकृति में दो मछलियां होती है, जो इस प्रकार होती है कि एक की पूंछ दूसरी मछली के मुंह में होती है। इस राशि का स्वामी ब्रहस्पति होता है। यह बारहवीं राशि होती है। जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च और ची अक्षर से शुरू होता है, उनकी राशि मीन होती है।
इस तरह आप अपने नाम के पहले अक्षर को देखकर नाम से अपनी राशि जान सकते है और अपना राशिफल देख सकते है। हर राशि का राशिफल हर दिन अलग-अलग होता है। आज के समय में लोगों में अपनी राशि के अनुसार राशिफल जानने की उत्सुकता रहती है। हर रोज सोशल मीडिया, अखबार और टीवी पर कई ज्योतिषाचार्य राशिफल बताते है। यदि आपको अपनी राशि का नाम पता है तो आप उसके अनुसार अपना राशिफल की जानकारी हो जायेगी। नाम से राशि में एक बड़ी दिक्कत होती है क्योंकि अगर एक व्यक्ति के दो नाम होंगे तो उनकी राशि भी अलग-अलग होगी। जैसे अगर किसी व्यक्ति के घर का नाम गोविन्द और बाहर का नाम आशुतोष है तो गोविन्द नाम से उसकी राशि कुंभ हुई जबकि आशुतोष नाम से उसकी राशि मेष हुई। इस तरह एक ही व्यक्ति के नाम के अनुसार दो अलग-अलग राशि हुई।
राशि का महत्व
हिंदू धर्म में अनेक संस्कारों जैसे-यज्ञोपवित्र, विवाह आदि के समय राशि की बहुत बड़ी भूमिका होती है। जब कभी भी किसी हिंदू व्यक्ति को विवाह करना होता है तो उसकी और उसकी होने वाली पत्नी की राशि मिलाई जाती हैं। इन दोनों राशियां का आपस में मेल करना आवश्यक होता है तभी वह विवाह सफल साबित होता है। अगर राशि में आपस में मैत्री नहीं होती तो इसका मतलब होता है कि भविष्य में अच्छे वैवाहिक जीवन का संकेत नहीं है तो ज्योतिषाचार्य ऐसी शादी नहीं करने की सलाह देते है। शादी का दिन निर्धारित करने के लिए भी कुंडली का महत्व होता है लेकिन यदि किसी व्यक्ति की कुंडली नहीं है तो पंडित राशि के नाम के अनुसार लड़का और लड़की की शादी का दिन तय कर देते है। इस तरह शादी का दिन निकालने में भी नाम का महत्ता होती है।
नाम से ही व्यक्ति की पहचान बनती है और नाम का हमारे जीवन पर बहुत गहरा असर पड़ता है। इन बारह राशियों का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। बारह राशियों के अनुसार ही हमारे जीवन के गुण, अवगुण और चरित्र का निर्माण होता हैं।
राशिफल का महत्व
राशि के अनुसार ही राशिफल देखा जा सकता है। राशिफल दैनिक, मासिक और वार्षिक होता है। आपकी राशि को देखकर ही ज्योतिषाचार्य आपके विषय में सम्पूर्ण जानकारी देते है। वह ना सिर्फ वर्तमान में क्या चल रहा है। इसके विषय में बताते है बल्कि भविष्य में आपके साथ क्या होने वाला है इसके संबंध में भी आपको जानकारी देते है।
अगर आप किसी ज्योतिषी को अपना नाम बताते तो कुछ ही मिनटो में वह आपके नाम के प्रथम अक्षर से यह पता लगा लेता है कि आपकी राशि क्या है, आपका जन्म नक्षत्र क्या है, नक्षत्र का चरण कौन सा है। इतना ही नहीं वह यह भी बता देता है कि आपके जन्म के समय कौन सी दशा चल रही थी। उस दशा का भोगकाल कितना था। वर्तमान में आपकी राशि पर कौन सी दशा चल रही है, वह कब तक चलेगी आदि के बारे में विस्तार से बता देता है।
राशियां और नक्षत्र
ऊपर के लेख में हमने बारह राशियों के बारे में जाना। अब उन राशियों में जो नक्षत्र होते है उनके बारे में जानते है। ज्योतिष में 12 राशियां में 27 नक्षत्र बताये गये हैं। हर राशि में 2 या 3 नक्षत्र आते हैं। हर नक्षत्र के 4 भाग होते हैं। नक्षत्र के हर भाग को चरण बताया गया कहते है और हर चरण में नाम के 4 अक्षर विद्यमान होते हैं।
मेष राशि में अश्विनि, भरणी, कृतिका आते है। वृष राशि में कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा नक्षत्र जबकि मिथुन राशि में मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु आते है। कर्क राशि में पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा नक्षत्र जबकि सिंह राशि में मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र आते है। कन्या राशि में उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा नक्षत्र जबकि तुला राशि में चित्रा, स्वाती, विशाखा नक्षत्र आते है। वृश्चिक राशि में विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा नक्षत्र जबकि धनु राशि में मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र आते है। मकर राशि में उत्तराषाढ़ा, श्रवण, घनिष्ठा नक्षत्र, कुंभ राशि में घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र मीन राशि में पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती नक्षत्र आते हैं।
इन नक्षत्रों की स्थिति देखकर ही कोई ज्योतिषी आपका भविष्यफल बताते है। नाम के अनुसार राशि कैसे पता करें इस संबंध में हमने आपको आज के लेख में बताने की पूरी कोशिश की। उम्मीद करते है इस लेख को पढ़कर आप आसानी से अपने नाम के अनुसार राशि को पता कर सकेंगे। आपको यह लेख कैसा लगा कमेंट बाॅक्स में कमेंट करके अवश्य बताये। हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगे तो अपने दोस्तों, परिजनों के साथ इसे सोशल मीडिया पर साझा अवश्य करें। ऐसे ही जानकारीपूर्ण लेखों को पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे।
जयश्रीराम
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