खरमास में पूजा-पाठ का है विशेष महत्व, भूलकर भी ना करें ये काम | Kharmas Kab Se Hai

हिन्दू धर्म में सूर्य देव एक ऐसे देव है जो प्रत्यक्ष रूप से विराजमान देवता है। सूर्य देवता हर माह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते है। सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करने को संक्राति कहते है। हर वर्ष में 12 संक्रातियां पड़ती है। इनमें से धनु संक्राति और मीन संक्राति का बहुत महत्व है। सूर्यदेव के धनु राशि और मीन राशि में प्रवेश के समय को खरमास या मलमास कहते
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संकष्टी चतुर्थी पर इस तरह करें प्रथम पूज्य भगवान गणेश की आराधना | Sankashti Chaturthi Kya Hai

हिन्दू धर्म में भगवान गणेश जी की पूजा का बड़ा महत्व है। सनातन धर्म में गणेश जी प्रथम पूज्य भगवान है। किसी भी नये कार्य की शुरूआत करने से पहले भगवान गणेश की पूजा का विधान है। पुराणों में ऐसा उल्लिखित है कि जो भी जातक भगवान गणेश की सच्चे मन से पूजा करता है और व्रत करता है। भगवान गणेश उससे प्रसन्न होकर उसकी सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। भगवान गणेश की व्रतों में सबसे प्रसिद्ध
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सोम प्रदोष व्रत वाले दिन इस तरह करें भगवान भोलेनाथ की पूजा, पूरी होगी सभी मनोकामना | Som Pradosh Vrat Katha in Hindi

हिन्दू धर्म में व्रत रखने की परंपरा काफी पुरानी है। व्रत रखने के पीछे धार्मिक कारण भी है और वैज्ञानिक भी। धार्मिक कारण यह है कि लोग अपनी मन की शुद्धि और अपने भगवान को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते है तो वही विज्ञान कहता है कि अगर आप हफ्ते में एक दिन व्रत रखते है तो आपकी सेहत अच्छी रहती है। व्रत रखने से शरीर में स्फूर्ति आती है, साथ ही आत्मबल भी बढ़ता है।
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मोक्षदा एकादशी पर किस तरह करें जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा, जाने मोक्षदा एकादशी का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत महत्व है क्योंकि एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। पुराणों में ऐसा वर्णित है कि एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। हर महीने में दो एकादशी पड़ती है। पहली कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। मार्ग शीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते है। इस बार मोक्षदा एकादशी 3 दिसम्बर, शनिवार को पड़ रही
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